सासनी- गांव नगला खंदा में खेतों में बुआई के बाद दवा लगा अनाज खाने से आधा दर्जन मोरों की हुयी मौत, पोस्टमार्टम के बाद विभागीय कर्मचारियों ने कराया अंतिम संस्कार

हाथरस/सासनी। गांव नगला खंदा में खेतों में बुआई  के बाद दवा लगा अनाज खाने से आधा दर्जन राष्ट्रीय पक्षी मोरों की मौत हो गई। मृत मोरों का पोस्टमार्टम के बाद विभागीय कर्मचारियों ने अंतिम संस्कार कर दिया गया।

शनिवार को वन विभाग दरोगा ब्रजराज सिंह को सूचना मिली कि नगला खंदा में एक किसान के खेत के निकट करीब आधा दर्जन मोर मरे पड़े हैं। वन दरोगा ब्रजराज सिंह जैसे ही गांव पहुंच गये। साथ में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जहां वन दरोगा को आधा दर्जन से अधिक मोर बीमार मिले। जिन्हें आनन-फानन में पशु चिकित्सालय डा. मनोज राठी के पास लाया सासनी लाया गया। जहां तीन मोरों की उपचार के दौरान सभी मोरों ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही एक अन्य मोर और लड़खड़ाते हुए गिर पड़ा। मोरों की मौत से ग्रामीणों में उदासी छा गई। डा. मनोज ने बताया कि सभी मोरों का पोस्टमार्टम कर जांच विसरा रख लिया गया है। मोरों के पेट से गेहूं के दाने निकले हैं। शायद इसी अनाज को खाने से मोरों की मौत हुई हो। क्यों कि बुआई के बाद किसानों द्वारा फसल में दवा लगा देते हैं। जिसके सेवन से पक्षियों की सेहत पर असर पड़ता है। यहां तक कि पक्षियों की मौत तक हो जाती है। शायद यह मोर भी इसी का शिकार हुए हैं।

Post a Comment

जयहिंद मीडिया नेटवर्क में अपनी बात रखने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

और नया पुराने