हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ निकाली गयी शिव शक्ति संकीर्तन यात्रा

हाथरस। सिकन्दराराव में शिवरात्रि के पावन पर्व पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिव शक्ति संकीर्तन यात्रा निकाली गयी। यात्रा में भारी संख्या में  जन सैलाव उमडा। भारत माता की जय, बम बम भोले और वन्देमातरम जैसे उदघोषों से पूरे क्षेत्र का वातावरण गूंज रहा था। कभी मस्ती में झूमते तो कभी राष्ट रक्षा की हुंकार भरते युवाओं की विशाल टोलियांभरपूर उत्साह का परिचय दे रहीं थी। मेले में डीजे पर बीच बीच में घर घर भगवा छायेगा, रामराज्य जब आयेगा। एक ही नारा, एक ही नाम जय श्री राम,जय श्री राम।  भारत का अभिमान है हिन्दू, मातृभूमि की शान है हिन्दू। की धू न पर हुंकार भरते युवाओं की टोली जब हुंकार भर रही थी तो पूरे क्षेत्र में उनकी हुंकार की ध्वनि गूंज रही थी और सभी शिव भक्त मंत्र मूग्ध से दिख रहे थे। यात्रा के स्वागत में नगर में शिवभक्तों ने जगह जगह यात्रा का पुश्पवर्षा कर एवं शरबत, ठंडाई एवं फल एवं पानी आदि के शिविर लगाकर यात्रा में शामिल शिवभक्तों की सेवा की। यात्रा के दौरान हाथ में तिरंगा लिये भारत माता की झांकी और उनके आस पास उनकी रक्षा में तैनात सेना के जवानों की झांकी लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही। साथ ही काली माता, मां दुर्गा, एवम भगवान शिवशंकर के स्वरूप भी यात्रा में मनमोहक लग रहे थे। यात्रा का शुभारम्भ हमेशा की तरह नगर के मोहल्ला गौसगंज स्तिथ गौरी शंकर हिन्दू इंटर कालेज स्थित शिवालय से हुआ। यात्रा के शुभारम्भ से पूर्व शिवालय पर पूजा अर्चना की गयी और फिर यात्रा को बम बम भोले.... हर हर महादेव... अब ना जातिवाद रहेगा, हिन्दूजिन्दाबाद रहेगा......, यह दुनिया स्वीकार करेगी, ओम ध्वनि विस्तार करेगी.......। के जयघोष के साथ रवाना किया गया। यहां से यात्रा जलेसर अड्डा, जीटी रोड हुए हुए पुरानी सब्जी मंडी बाजार, राठी चैराहा, नयागंज बाजार, बस स्टेण्ड पर पहुंची। यहां से पंत चैराहा, नगला शीशगर, बारहसेनी, अंसारिया स्कूल, जैन मंदिर, ब्रह्ममनपुरी, पुरानी तहसील, मटकोटा, दमदमा होकर वापस मोहल्ला गौसगंज पहुचीं। शिवालय पर जाकर यात्रा का समापन हुआ। यात्रा में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। विशाल जनसमुदाय को उत्साह में झूमता देखकर घरों की छतों और गलियों के बाहर खड़े महिला पुरुषों की आंखे उत्साह और खुशी से भरी हुयीं दिख रहीं थी। निकटवर्ती कस्बा कासगंज में बीती 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई घटना को लेकर प्रशासन गंभीर था। यात्रा के सफल संचालन हेतु प्रशासन ने परिश्रम के साथ योजना बनाकर कार्य किया। यात्रा के दौरान आसपास के कई थानों के फोर्स भारी मात्रा में मौजूद रहा। प्रशाशन द्वारा ड्रोन कैमरे से यात्रा को शूट कराया गया। यात्रा के समापन तक एडीएम और एएसपी नगर में ही जमे रहे। यात्रा के समापन के बाद प्रशासन ने चेन की सांस ली।
हिन्दू समाज में धर्म के प्रति जागरण तथा समाज को संगठित करने तथा शक्ति के संचार के उद्देश्य के साथ इस यात्रा की शुरूआत वर्ष 2011 में शिवरात्रि के पावन पर्व पर नगर के गौरी शंकर हिन्दू इन्टर कालेज से की गयी थी। उस समय कुछ युवकों के मन में हिन्दू समाज को जागृत करने और संगठित करने के उद्देश्य को लेकर मश्तिष्क में एक बिचार आया कि नगर में जागरण यात्रा निकाली जाये।  और अमितोश राठी, मुकुल गुप्ता और प्रशान्त विक्रम शाह से होता हुआ विचार हिन्दूवादी कार्यकर्ता विपिन लाल, विवेकशील राघव, मनोज वाष्र्णेय आदि लोगों तक पंहुचा। और बैठक हुयी और जागरण यात्रा निकाल कर समाज के लोगों को जागृत एवं संगठित किये जाने पर जोर दिया गया। यात्रा का नाम रखा गया शिव शक्ति जागरण यात्रा। 2011 में पहली बार जब जागरण यात्रा निकल रही थी तो लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था । तव से लगातार हर वर्ष जागरण यात्रा का शुभारम्भ नगर मेंहोता आ रहा है। पूरे वर्ष क्षेत्र के लोगोंको विशेष कर युवाओं को इसकी प्रतिक्षा रहती है। यात्रा मेंहर बार वही उत्साह और जोश और शक्ति का संचार देखेन को मिलता है। हां अगर यात्रा में कुछ बदला है तो वह है उसका नाम जोकि शिवशक्ति जागरण यात्रा के स्थान पर शिवशक्ति संकीर्तन यात्रा हो गया। आजतक लोगों के जहन में साफ नही हो सका है कि आखिर यात्रा का नाम बदलने की क्या आवश्यकता थी। जिस उद्देश्य को लेकर यात्रा की नींव डाली गयी थी उस पर यात्रा का नाम शिवशक्ति जागरण यात्रा सटीक और पूर्ण था ।

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