रूई की मण्डी में कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

हाथरस। स्थानंीय रूई की मण्डी स्थित सीकना पान गली के श्रीगणेश मन्दिर परिसर मेंएक कवि सम्मेलन का आयोजन राधाश्टमी के अवसर पर किया गया। जिसकी अध्यक्ष्ता शहर कांग्रेस कमैटी के अध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य तथा संचालन आशु कवि अनिल बौहरे ने किया। कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उरैई जालौन से पधारे बरिश्ठ समाज सेवी एंव काव्य प्रेमी अजय कुमार सिंह ने माॅ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वजन किया। कवि सम्मेलन का शुभारम्भ बाबा देवी सिंह निडर की सरस्वती बन्दना से हुआ। कवि वासुदेव उपाध्याय ने पढ़ा कि मैं गीत क्रांति के लिखता हूॅ, मैं गीत शान्ति के गाता हूॅ’’। बरिश्ठ कवि श्याम बाबू चिन्तन ने पढ़ा कि- ‘‘शत शत नमन गजानन गणपति, सबका भला चाहूॅ ऐसी बुद्धि दीजिये’’। कवि एंव शायर देवेश आॅसू ने पढ़ा कि जिन्दगी के इस सफर में मुस्कुराता जा रहा हॅू, सिर्फ आहों से सजे में गीत गाता जा रहा हॅूू’’। ओज के युवा शसक्त हस्ताक्षर राणा मुनी प्रताप ने पढ़ा- ‘‘चाहे कितना भी कोई करले प्रयास किन्तु, अपना तिरंगा कभी झुकने न देंगे हम’’। आसु कवि अनिल बौहरे ने तीन- तीन शब्दों को लेकर तत्काल कविताऐं बनाकर प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के अन्त में मन्दिर के महन्त श्री ब्रहम्मा नन्द गुरू तथा पण्डित सौरभ व गौरव आदि ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अंकित शर्मा, मनु दीक्षित, रसराज, कटारा, विनोद, राजू अग्रवाल, राजू वाश्र्णेय, विनोद हींग वाले, विनोद घी वाले, मदन गोपाल, वाश्र्णेय रेड़ीमेड, पप्पे वर्मा, ब्रजेश, रमेश चन्द्र आदि लोग मौजूद थे।

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